Usage Of “IS”
Introduction to the importance of the verb “is” in forming sentences.
Rahul: Hello, पूजा! कैसी हो?
Puja: Hi, राहुल! मैं ठीक हूँ, शुक्रिया। How are you?
Puja: वाक्य निर्माण में ‘is’ का महत्व अच्छे से समझाओ ना, राहुल?
Rahul: हाँ, बिल्कुल। ‘Is’ एक क्रियावाचक शब्द है जो विभिन्न तत्त्वों को जोड़ने में मदद करता है।
जैसे कि, My friend is a teacher.”मेरा दोस्त एक शिक्षक है।” यहाँ ‘is’ शब्द ने दोस्त और शिक्षक को जोड़ा है।
Puja: ठीक है, लेकिन यह कैसे होता है कि वाक्य में ‘is’ का इस तरह से उपयोग हो?
Rahul: अच्छा सवाल! ‘Is’ वाक्य में विभिन्न प्रकार से उपयोग हो सकता है, जैसे कि स्थिति, संवेग, और स्वामित्व को दिखाने के लिए। उदाहरण के लिए, This book is mine.”यह किताब मेरी है।” यहाँ ‘is’ शब्द ने स्वामित्व को दिखाया है।
Puja: समझा, राहुल! ‘Is’ का सही इस्तेमाल करना वाक्य को स्पष्ट और सही बनाता है।
Rahul: हाँ, और ‘is’ का उपयोग नियमित घटनाओं को व्यक्त करने में भी होता है।
जैसे कि,The sun sets in the west. “सूरज पश्चिम से अस्त होता है।” यहाँ ‘is’ शब्द ने सूरज की स्थिति को बताया है।
Puja: समझा, राहुल! यह शब्द वाक्य में तत्परता और स्थितिकता को बनाए रखने में मदद करता है।
Rahul: बिल्कुल, और ‘is’ का अन्य एक महत्वपूर्ण पहलु है कि यह एक वाक्य को सकारात्मक या नकारात्मक बना सकता है।
जैसे कि, This is a delicious fruit.”यह फल स्वादिष्ट है।” यहाँ ‘is’ शब्द ने सकारात्मक भावना को दिखाया है।
Rahul: हाँ, और ‘is’ का उपयोग नकारात्मक वाक्य बनाने में भी होता है। यदि हम किसी बारे में नकारात्मक बात कर रहे हैं, तो हम ‘is not’ का इस्तेमाल कर सकते हैं।
Puja: उदाहरण के लिए, This fruit is not delicious.”यह फल स्वादिष्ट नहीं है।” यहाँ ‘is not’ शब्द ने फल के स्वाद को नकारात्मक रूप से बताया है।
Rahul: हाँ, और अगर हम व्यक्ति की स्थिति को नकारात्मक रूप से बयान कर रहे हैं, तो हम ‘am not’, ‘is not’, या ‘are not’ का इस्तेमाल कर सकते हैं।
Puja: समझा, जैसे कि,I am not on duty today. “मैं आज काम पर नहीं हूँ।” यहाँ ‘am not’ शब्द ने मेरी अस्तित्व को नकारात्मक रूप से दिखाया है।
Rahul: हाँ, और जब हम बहुतल में बात कर रहे होते हैं, तो हम ‘are not’ का इस्तेमाल कर सकते हैं।
Puja: उदाहरण के लिए,There are not many problems here. ” यहाँ बहुत समस्याएँ नहीं हैं।” यहाँ ‘are not’ शब्द ने समस्याएँ की अस्तित्व को नकारात्मक रूप से दिखाया है।
Rahul: सही है, और इसी तरह से ‘is’ का सही उपयोग करके हम सकारात्मक और नकारात्मक वाक्य बना सकते हैं।
Puja: धन्यवाद राहुल, इससे मेरी समझ में आया कि कैसे नकारात्मक वाक्य बनाए जाते हैं।
Rahul: हाँ, और इसी ‘is’ का उपयोग सवाल पूछने में भी होता है। सामान्यत: हम वाक्य की शुरुआत में ‘is’ का इस्तेमाल करके सवाल पूछते हैं।
Puja: ठीक है, राहुल! लेकिन इसका विस्तार करो, कैसे वाक्य को सवाल में बदला जा सकता है?
Rahul: बिल्कुल! यदि हम किसी व्यक्ति, स्थान, या वस्तु के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो हम वाक्य को सवाल में बदल सकते हैं।
उदाहरण के लिए, Who is here?”यहाँ कौन है?” यहाँ ‘is’ का इस्तेमाल हमें व्यक्ति के बारे में पूछने में मदद करता है।
Puja: समझा, और कैसे किसी स्थान के बारे में पूछ सकते हैं?
Rahul: बहुत अच्छा सवाल!Where is the shop? “Shop कहाँ है?” यहाँ ‘is’ शब्द का इस्तेमाल हमें स्थान के बारे में पूछने में मदद करता है।
Puja: ठीक है, और अगर हम किसी वस्तु के बारे में पूछना चाहते हैं?
Rahul: “यह क्या है?” यह एक उच्चतम सामान्य प्रश्न है जिसमें ‘is’ शब्द का इस्तेमाल हमें किसी वस्तु के बारे में जानकारी प्राप्त करने में मदद करता है।
Puja: समझ गयी, राहुल! ‘Is’ का सही इस्तेमाल करके हम सवालों को सही तरीके से बना सकते हैं।
राहुल: हम प्रेजेंट कंटिन्यूअस टेंस और “is” के इस्तेमाल पर चर्चा करेंगे।
पूजा: सुनता है! यह कैसे इस्तेमाल होता है?
राहुल: संरचना में “to be” ( is) के साथ और फिर प्रेजेंट पार्टिसिपल (verb + -ing) के साथ होता है। उदाहरण के लिए, “I am studying” “She is working on a project.”
पूजा: राहुल, “is” को विभिन्न सर्नामाओं के साथ इस्तेमाल करने के बारे में क्या तुम समझा सकते हो?
राहुल: बिल्कुल! जब कारक “I,” “he,” “she,” या “it” होता है, तो प्रेजेंट पार्टिसिपल के साथ “is” का उपयोग करो। जैसे, “I am reading a book” या “She is cooking dinner.”
राहुल: पूजा, चलो विभिन्न परिस्थितियाँ अन्वेषित करते हैं। उदाहरण के लिए, चल रही क्रियाएँ।
राहुल: Isअस्थायी स्थितियाँ भी व्यक्त करने के लिए है। “He is staying with us for a few days”
पूजा: समझा! और चिढ़ावा या परेशानी व्यक्त करने के लिए?
राहुल: हाँ, जैसे “She is always interrupting me”
पूजा: राहुल, मैंने प्रेजेंट कंटिन्यूअस टेंस का उपयोग आस्थायी भावनाएँ व्यक्त करने के लिए करने का प्रयास किया था, जैसे “He is liking this new book.” क्या यह सही है?
राहुल: बिल्कुल! तुमने सही समझा है। यह एक अस्थायी भावना व्यक्त करने के लिए काम करता है।
पूजा: शानदार! और चिढ़ावा संबंधित क्रियाएँ व्यक्त करने के लिए?
राहुल: हाँ, जैसे “She is always interrupting me”
राहुल: उत्कृष्ट! अब, प्रेजेंट कंटिन्यूअस टेंस का उपयोग करके कहो कि तुम अभी क्या कर रही हो?
पूजा: “I am talking to you. मैं तुमसे बात कर रही हूँ.”
Rahul: बिल्कुल! ‘Is’ का सही तरीके से उपयोग करने के लिए कुछ सुझाव यह हैं:
‘Is’ का सही रूप में इस्तेमाल करने के लिए व्याकरण के नियमों का पालन करें। विभिन्न व्यक्तियों, स्थानों, और वस्तुओं के लिए ‘am’, ‘is’, और ‘are’ का सही रूप में इस्तेमाल करें।
‘is’ का उपयोग करते समय कुछ गलतियों से बचने के लिए ये टिप्स ध्यान में रखें:
- वचन का सही चयन: ‘Is’ का सही रूप चयन करने के लिए वचन (सिंगुलर या प्लुरल) को ध्यान में रखें। उदाहरण के लिए, “मेरा दोस्त एक शिक्षक है” में ‘is’ का सही रूप है, क्योंकि दोस्त सिंगुलर है।
- सही समय पर सही रूप का चयन: समय के साथ ‘is’ का रूप बदल सकता है, उदाहरण के लिए, I am practising.”मैं अभ्यास कर रहा हूँ” और I was practicing.”मैं अभ्यास कर रहा था” में अलग-अलग रूपों का इस्तेमाल होता है।
सारांश:
प्रथमस्थान, हमने यह देखा कि “is” शब्द को वाक्य बनाने में कैसे महत्वपूर्ण भूमिका है।
राहुल और पूजा की बातचीत में हमने सीखा कि “is” का सही इस्तेमाल करके हम सकारात्मक और नकारात्मक वाक्य बना सकते हैं, और विभिन्न प्रकार के विशेषणों को सही ढंग से प्रदर्शित कर सकते हैं।
उसके बाद, हमने देखा कि “is” का उपयोग सवाल पूछने और विभिन्न विषयों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए कैसे किया जा सकता है।
फिर, हमने “is” के उपयोग में और भी गहराई से जानकारी प्राप्त की, जैसे कि नकारात्मक वाक्य बनाना, और इसे विभिन्न व्यक्तियों और स्थानों के साथ सही रूप में समर्थन करना।
उसके बाद, हमने “Present Continuous” टेंस के बारे में देखा, जिसमें हमने इसका स्ट्रक्चर, इस्तेमाल के तरीके, और उसके साथ कुछ उदाहरणों को विवेचना की।
समाप्तित के लिए, हमने इसके सही इस्तेमाल और गलतियों से बचने के लिए कुछ सुझाव दिए।
इन सभी अंशों से, हमने “is” और “Present Continuous” के सही उपयोग की महत्वपूर्ण बातें सीखी हैं ।